गुरुवार, 19 फ़रवरी 2015

एलोपेथी के मुकाबले आयुर्वेद श्रेष्ठ क्यों है ?

एलोपेथी के मुकाबले आयुर्वेद श्रेष्ठ क्यों है ?

एलोपेथी के मुकाबले आयुर्वेद श्रेष्ठ क्यों है ? :-
(1) पहली बात आयुर्वेद की दवाएं किसी भी बीमारी को जड़ से
समाप्त करती है, जबकि एलोपेथी की दवाएं
किसी भी बीमारी को केवल कंट्रोल में रखती है|
(2) दूसरा सबसे बड़ा कारण है कि आयुर्वेद का इलाज
लाखों वर्षो पुराना है, जबकि एलोपेथी दवाओं की खोज कुछ
शताब्दियों पहले हुवा |
(3) तीसरा सबसे बड़ा कारण है कि आयुर्वेद की दवाएं घर में,
पड़ोस में या नजदीकी जंगल में आसानी से उपलब्ध हो जाती है,
जबकि एलोपेथी दवाएं ऐसी है कि आप गाँव में रहते
हो तो आपको कई किलोमीटर चलकर शहर आना पड़ेगा और
डॉक्टर से लिखवाना पड़ेगा |
(4) चौथा कारण है कि ये आयुर्वेदिक दवाएं बहुत ही सस्ती है
या कहे कि मुफ्त की है, जबकि एलोपेथी दवाओं कि कीमत बहुत
ज्यादा है| एक अनुमान के मुताबिक एक
आदमी की जिंदगी की कमाई का लगभग 40%
हिस्सा बीमारी और इलाज में ही खर्च होता है|
(5) पांचवा कारण है कि आयुर्वेदिक दवाओं का कोई साइड
इफेक्ट नहीं होता है, जबकि एलोपेथी दवा को एक बीमारी में
इस्तेमाल करो तो उसके साथ दूसरी बीमारी अपनी जड़े मजबूत
करने लगती है|
(6) छटा कारण है कि आयुर्वेद में सिद्धांत है कि इंसान
कभी बीमार ही न हो | और इसके छोटे छोटे उपाय है
जो बहुत ही आसान है | जिनका उपयोग करके स्वस्थ
रहा जा सकता है | जबकि एलोपेथी के पास इसका कोई
सिद्दांत नहीं है|
(7) सातवा बड़ा कारण है कि आयुर्वेद का 85% हिस्सा स्वस्थ
रहने के लिए है और केवल 15% हिस्सा में आयुर्वेदिक
दवाइयां आती है, जबकि एलोपेथी का 15% हिस्सा स्वस्थ
रहने के लिए है और 85% हिस्सा इलाज के लिए है |
पूरी दुनिया में केवल २ देश है जहाँ आयुर्वेदिक दवाएं भरपूर
मात्र में मिलती है (1) भारत (2) चीन

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