सोमवार, 7 सितंबर 2015

आयुर्वेद का अर्थ औषधि -विज्ञानं नहीं वरन आयु अर्थात जीवन-ज्ञान है

"आयुर्वेद का अर्थ औषधि -विज्ञानं नहीं वरन आयु अर्थात जीवन-ज्ञान है "
आप अपने आस -पास किसी पंसारी की दूकान से निम्न तीन चीजें हासिल करें --
1 अश्वगंधा की जड़ ।
2 तुलसी की सूखी पत्तियाँ ।
3 गिलोय [तना भाग] ।
इन तीनों को बारीक पीस कर चूर्ण बना लीजिये। चूर्ण की मात्रा मे ये क्रमशः 50 ग्राम, 20 ग्राम और 15 ग्राम होनी चाहिए । इस चूर्ण को मिला कर अपना ''अमृत पावडर ''बना लीजिये । इस चूर्ण को सवेरे खाली पेट एक चम्मच 9करीबन 4 ग्राम) पानी से निगल जाइये । नियम पूर्वक इसका सेवन करने से आप अद्भुत शक्ति प्राप्त कर लेंगे । थकान गायब, सर दर्द, बदन दर्द से मुक्ति, आदि-आदि..... !

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